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तल्ख़ियां : लाठी, तलवारें, बंदूकें, भाले, गदा, त्रशूल…RSS का देश…बेटा गहना चोरी कर के भागा सो बाप ‘हार्ट अटैक’ से मर गया!

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prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
फोटो वडनगर पुलिस चौकी पर चिपकी हुई है
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👉रेलवे का कोयला चोरी करता पकड़ा गया – 3 महीने जेल में रहा
👉पाकेट मारता हुआ पकड़ा गया – 6 महीने जेल में रहा
👉चुंगी नाके पर ट्रक वालों से हफ्ता वसूली करता था – झगड़ा हुआ और गुस्से में ट्रक वाले ने ट्रक से कुचल दिया
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कहानी बनाई गई – बेटा गहना चोरी कर के भागा सो हार्ट अटैक से मर गया

✔️सच है कि बेटा तो गहनाचोर था, गहना चोरी कर भागा
✖️पर झूठ है कि हार्ट अटैक से मरा

prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
महाराणा प्रताप के पुत्र अमर सिंह ने शाहजहाँ से संधि की।

जब एक सुरक्षा दीवार बनाने के लिए शाहजहाँ ने आपत्ति ज़ाहिर की तो उसे तुड़वा के जगतसिंह-प्रथम ने शाहजहाँ से संधि की।

13 जनवरी 1818 को राणा भीम सिंह ने अंग्रेज़ों से संधि की थी।

इसी संधि के कारण 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से महाराणा सरूप सिंह अंग्रेज़ों के साथ रहे।

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prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
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यह वह भारत की ईवीएम के बारे में कह रही है

Kunal Shukla
@kunal492001
उधर अमेरिका के नेशनल इंटेलिजेंस की डायरेक्टर तुलसी गबार्ड कह रही हैं ईवीएम को आसानी से हैक कर चुनावी नतीजों को बदला जा सकता है।

इधर गोबर का लेप लगा कर परमाणु रेडियेशन भगाने वाले और मूत्र पी कर कैंसर का इलाज करने वालों ने पढ़ी लिखी जनता को समझा दिया है ईवीएम हैक नहीं की जा सकती है।

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बाबरनामा जिसका अंग्रेज़ी अनुवाद Annette Susannah Beveridge ने किया है उसमें ख़ुद बाबर ने राणा सांगा द्वारा काबुल में दूत भेजकर उसको भारत आने के लिए निमंत्रण दिये जाने की बात लिखी है (पेज नंबर 529).

राणा सांगा गद्दार था👇
👉बाबर को इसलिए राणा सांगा ने बुलाया कि लोदी को 2 बार हराने के बाद भी दिल्ली-आगरे पर कब्ज़ा नहीें कर सका
👉’राणा सांगा गद्दार है, इसने बाबर से गद्दारी की धोखा दिया – यही यह हमारे साथ करेगा, जीत के बाद धोखा देगा, दिल्ली-आगरे का बंटवारा नहीें करेगा’ – यह समझ कर बीच युद्ध से तोमर साथ छोड़कर चले गए

और जीतता हुआ राणा हार गया – सरदारों ने ज़हर देकर मार दिया राणा सांगा को जहर देकर मरने वाले राजपूत ग़द्दार !
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1) राजपूत गंगा राठौर
2) राजपूत रावल उदय सिंह
3) राजपूत वीरमदेव

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@profapm
बाबर और राणा सांगा
@gssjodhpur

@Ramjilal_suman
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1. इब्राहिम लोदी के खिलाफ लड़ने के लिए राणा सांगा ने अपने दोस्त बाबर से मदद मांगी
2. दोस्ती के नाते बाबर तैयार हो गया और लोदी को हराकर वापस लौट जानेवाला था
3. पर अंतिम समय पर सांगा ने मक्कारी दिखाई और लड़ने ही नहीं आया
4. बाबर ने चिढ़कर हिन्दुस्तान से न लौटने का फैसला लिया और राणा को उसकी धोखेबाजी का मज़ा चखाया

बाबर ‘बाबरनामा’ में साफ लिखता है कि राणा सांगा ने उसे आमंत्रित किया और धोखा दिया
और क्या सबूत चाहिए देशद्रोह का
बाबर झूठ क्यों बोलेगा!

खानवा जंग में बाबर से हारने के बाद राणा सांगा जख़्मी हालत में निकलने में सफल हुए, जंग में मुग़लों से तो बच गए लेकिन राणा सांगा को उनके ही राजपूत सामंतों ने ज़हर देकर मार डाला।

राणा सांगा की मौत के बाद उनके पत्नी रानी कर्णावती ने बेटे उदय सिंह को गद्दी पर बैठाकर सत्ता संभालने की कोशिश की लेकिन ज़्यादा दिन शासन नही कर सकीं राजपूत सामन्तों ने रानी कर्णावती को सत्ता से हटाने के लिए गुजरात के सुल्तान बहादुर शाह को निमन्त्रण भेजा। सुल्तान बहादुर शाह चित्तोड़ पर हमले के निकल पड़ा, ये ख़बर रानी कर्णवती को भी पहुच गयी।

रानी कर्णावती ने राखी भेजकर मुग़ल बादशाह हुमायूं से मदद मांगी, चिट्ठी मिलते ही हुमायूं ने अपना बंगाल अभियान अधूरा छोड़कर चित्तोड़ का रुख किया। वह जमाना हाथी-घोड़ों की सवारी का था सेना को साथ लेकर सैकड़ों किमी की दूरी तय करना आसान नहीं था और उसमें वक्त लगना लाज़मी भी था।

हुमायूं चित्तौड़ पहुंचे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। 8 मार्च 1535 में गुजरात के सुल्तान बहादुरशाह ने चित्तौड़गढ़ के किले पर हमला कर दिया था। रानी कर्णवती ने जौहर कर आग में समा चुकी थीं। जब यह खबर बादशाह हुमायूं तक पहुंची तो उन्हें रानी कर्णावती को न बचा पाने का बहुत दुख हुआ। हुमायूं ने बहादुर शाह पर हमला किया फ़तह हासिल की और पूरा शासन रानी कर्णवती के उत्तराधिकारी विक्रमजीत सिंह को सौंप दिया।

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पृथ्वी के सबसे निकट जिस ग्रह पर जीवन की सम्भावना है अगर वहाँ उन्नत सभ्यता है तो वह इस समय खानवा का युद्ध देख रही होगी

कैसे तोमरों ने राणा सांगा का बीच युद्ध में साथ छोड़ा और जीतता हुआ राणा हार गया।
हारता हुआ बाबर जीत गया।
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बड़प्पन यह है कि आप दुश्मन की भी प्रशंसा करें
‘बाबरनामा’ में बाबर लिखता है, “मैंने राणा सांगा जैसा वीर योद्धा जीवन में नहीें देखा, वह अद्भुत वीर योद्धा है”

लेकिन कुछ वक़्त के बाद फिर से राजपूत सामन्तों जिसमे राणा सांगा के भाई बनवीर सिंह भी शामिल थे उन्होंने अपने भतीजे विक्रमादित्य सिंह का क़त्ल कर दिया।

लेकिन कुछ वक़्त के बाद फिर से राजपूत सामन्तों जिसमे राणा सांगा के भाई बनवीर सिंह भी शामिल थे उन्होंने अपने भतीजे विक्रमादित्य सिंह का क़त्ल कर दिया।

इस ऐतिहासिक घटना में आखिर कौन देशभक्त, कौन वफादार, कौन दुश्मन, कौन जेहादी?…

कौन लुटेरा, कौन गद्दार और कौन आतंकी ?

प्रमाणित इतिहास तो यही है। वाट्सएप्प यूनिवर्सिटी के इतिहास के विद्यार्थी नोट कर सकते हैं।।

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prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
राणा सांगा तो बहुत बहादुर था, अकेले ही बाबर को हरा चुका था – फिर खानवा में तोमरों की मदद और जीत के बाद दिलली-आगरा आधा-आधा बांटने का समझौता क्यों किया?
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बाबर को इसलिए राणा सांगा ने बुलाया कि लोदी को 2 बार हराने के बाद भी दिल्ली-आगरे पर कब्ज़ा नहीें कर सका

prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बटुकेश्वर दत्त, दीवान सिंह कालेपानी, फज्ल-ए-हक खैराबादी, बारीन्द्र कुमार घोष, सुशील दासगुप्ता, हमारे बाबा के भाई विजय नारायण मिश्र आदि भी अंग्रेजों के खिलाफ लड़े और कालापानी की सजा पाकर अंडमान की बदनाम जेल ‘सेलुलर जेल’ में बंद थे ।

लेकिन इन लोगों ने फिरंगी सरकार को ‘दया याचिका’ लिखने से मना कर दिया, इसलिए इनको ‘वीर’ की उपाधि नहीं दी जाती । इससे साबित होता है कि सावरकर वीर थे । 😂😂😂

जयहिन्द ।

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prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
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राणा सांगा ने अपने 2 बड़े भाइयों की हत्या कर शासन पर कब्जा किया

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prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
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राणा सांगा के पिता राणा उदय सिंह प्रथम ने राज्य के लिए अपने पिता राणा कुंभा की प्रातः काल मंदिर में धोखे से पीछे से वार करके हत्या की थी।

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prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
भालू का खेत था – लोमड़ी की लालची नज़र थी उस पर
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लोमड़ी ने कहा – “तुम आराम से बैठो, मैं खेती करूंगी और हम आधा-आधा बाट लेंगे”

भालू तैयार हो गया – समझौता हुआ कि ऊपर का हिस्सा लोमड़ी का, नीचे का भालू का – गेहूं उगाया गया

फसल के बाद भालू को लगा कि यह तो घोटाला हो गया।
खैर, अगली फसल पर भालू ने कहा – “मैं ऊपर का लूंगा” – और समझौता हो गया

इस बार आलू बोया गया
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भालू नीतीश/जदयू है
लोमड़ी कौन है?

Dr. Udit Raj
@Dr_Uditraj
आगरा में आज जिस तरह से करनी सेना ने लाठी, भाला, तलवार के साथ जुटे और तांडव मचाया, मनु की व्यवस्था की झलक दिख गई । रामजी लाल सुमन , दलित सांसद , को ही नहीं पूरे दलित – पिछड़ों को संदेश देना चाहते हैं कि अब उनका राज आ गया है और अवकात में रहो । क्या दलित- पिछड़े को ऐसा करने के लिए बीजेपी की सरकार खुली छूट देती? आजाद भारत में पहले बार ऐसा होते देखा जा रहा है । मुसलमानों और ईसाइयों के साथ कैसा बर्ताव हो रहा है अंदाज लगाना मुश्किल नहीं है । संविधान की धज्जी उड़ गई है।

Jaysingh Yadav SP
@JaysinghYadavSP
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बताएं की इन आतंकवादियों के पोस्टर चौराहे पर लगाकर उनके घर पर बुलडोजर चलाने की हिम्मत कर पाएंगे।

सरकारी संपत्ति एवं जनता को नुकसान लगातार पहुंचाया गया।

Jaiky Yadav
@JaikyYadav16
आज जो आगरा में हुआ यह सब निश्चित रूप से समाजवादी पार्टी के PDA फॉर्मूला को मज़बूत कर रहा है,

पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक में अल्पंसख्यक BJP से वैसे भी दूर है, अब एक दलित सांसद के बयान के ख़िलाफ़ खुलेआम धमकियां और अग्रेशन दलित वोटर को BJP से दूर करेगा,

क्योंकि अब दलित वोटर सोचने लगा है कि BJP की सरकार में इन संगठनों का बोलबाला है और इतना सब होने के बाद भी उनपर कार्यवाही नहीं हो रही है,

BJP को लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी चोट उत्तर प्रदेश के दलित वोटर ने दी थी और अब वही समीकरण 2027 चुनाव के लिए बन रहे हैं।

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Kavish Aziz
@azizkavish
आगरा में सपा सांसद रामजीलाल सुमन के घर के बाहर 1 हजार पुलिसवाले तैनात किये गए हैं।

भीड़ को कंट्रोल करने के लिए 10 हजार PAC के जवान तैनात किये गए हैं।
ड्रोन से निगरानी की जा रही है। 1 किलोमीटर तक के एरिया को सील कर दिया गया है। सपा सांसद के घर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है। संवेदशील जगहों को मेटल डिटेक्टर मशीन लगाए गए हैं। डॉग स्कॉड लगातार हर जगह की निगरानी कर रहा है। स्क्वाड ने सपा सांसद के घर की भी जांच की। माहौल बिगाड़ने वाले 1300 लोगों को पुलिस ने नोटिस भेजा है।

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Jaiky Yadav
@JaikyYadav16
एक वक़्त था जब हमारे इस देश को बेहतर बनाने में हर कोई बिना डरे अपना योगदान देता था,

जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब आमिर खान “सत्यमेव जयते” नाम से शो करते थे जिससे समाज में बदलाव आता था मगर

आज आमिर खान 60 की उम्र में अपनी Girl Friend बना रहे हैं,

वह दौर था जब प्रत्येक व्यक्ति सरकार और समाज में फैली हुई बुराइयों की खुलेआम आलोचना करता था मगर

अब तो सबको अपने करियर की चिंता रहती है कोई कुछ बोलता ही नहीं है।

Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh
पुलिस की लाठी सज्जनों पर प्रहार के लिए नहीं, उनके बचाव के लिए होनी चाहिए।

उप्र में भाजपा के उप मुख्यमंत्री के आने पर पुलिस द्वारा ‘वीआईपी मूवमेंट’ के नाम पर एक बेटे को, अस्पताल में भर्ती अपनी बीमार माँ से मिलने जाने से रोकना और उसकी गाड़ी का शीशा तोड़ना कहाँ का इंसाफ़ है।

सवाल सिर्फ़ एक घटना का नहीं है, बड़ा सवाल ये है कि ‘पुलिस’ को हिंसक कौन बना रहा है और कौन दिखावटी जाँच से बचा रहा है। कुछ ख़ास पुलिसवालों में अंहकार की वजह क्या है, उन्हें क्यों लगता है कि वो अपनी नकारात्मक शक्ति का जितना अधिक प्रदर्शन करेंगे, वो सत्ताधीशों की नज़रों में उतना ही अधिक उठेंगे और उनके प्रिय बनेंगे।

जिन वीआईपी महोदय की वजह से ये सब हुआ वो इस मामले में कुछ कहेंगे या इस कुकृत्य में उनकी भी मूक संलिप्तता मानी जाए।

निंदनीय-दंडनीय!

TRUMP TEAM WANTS UNDERWATER METALS TO BEAT CHINA’S MINERAL MONOPOLY?!

The Trump administration is reportedly plotting an executive order to stockpile deep-sea metals — just in case China decides to stop being the world’s rare earth vending machine.

China currently refines 90% of these minerals, which power everything from EVs to missiles to that smartphone you’re probably reading this on.

Now, with China slapping export limits after Trump’s latest tariff package, the U.S. wants to fast-track ocean mining and build its own rare earth stockpile.

Welcome to Cold War: Battery Edition.

Source: Reuters

rajeevranjan@maholkyahai

@rajeevranjanMKH
अभी लखनऊ से दिल्ली जाते वक्त एक्सप्रेस वे पर एक जगह चाय पीने के लिए रूका .. एक शख्स आए बोले आपका कार्यक्रम देखते हैं , हमारा एक observation है .. आप हिन्दू विरोधी लगते हैं .. हमने कहा आपको लगता है ? तब तक पीछे से उनकी पत्नी आ गई .. उन्होने पूछा .. इन्हें पहचान रहीं .. उन्होने तपाक से बोला अरे ये तो वही जिन्हें कुंभ में रोज हम देखते थे .. आपने कुंभ बहुत अच्छा दिखाया.. आपके साथ फोटो लेनी है .. फोटो ली गई और मुस्कुराते हुए हम विदा हुए ..

PANKAJ CHATURVEDI 🇮🇳
@PC70001010
अजमल कसाब को बिरयानी दिए जाने का झूठ विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने फैलाया था। उन्होंने 2015 में जयपुर में एक आतंकवाद विरोधी सम्मेलन के दौरान खुलासा किया कि कसाब ने कभी बिरयानी नहीं मांगी थी, न ही उसे दी गई थी। निकम ने यह झूठ कसाब के पक्ष में बन रही भावनात्मक सहानुभूति को रोकने के लिए गढ़ा था। उज्ज्वल निकम बीजेपी के नेता हैं और पिछले लोकसभा चुनाव में हार चुके हैं।

abhishek upadhyay
@upadhyayabhii
डबल बैरल बंदूक।

नंगी तलवार लहराते क्षत्रिय करणी सेना के लोग।

सरेआम चल रहा है सब।

प्रशासन का कोई एक्शन नहीं !!

मोदी जी, आप इससे अच्छा एक ट्वीट करके योगी आदित्यनाथ को 2027 तक के लिए सीएम बने रहने का आश्वासन ही दे देते!!!!

कम से कम इस बेवजह के शक्ति प्रदर्शन और जातीय उन्माद से तो प्रदेश की रक्षा होगी!!

भारत समाचार | Bharat Samachar
@bstvlive
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Apr 11
लखनऊ : क्षत्रिय समाज,करणी सेना के प्रदर्शन पर बोले डीजीपी

शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन कोई भी कर सकता है,किसी को कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा,कानून कोई भी तोड़ेगा तो पुलिस कार्रवाई करेगी.

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Rofl Gandhi 2.0 🏹
@RoflGandhi_

Parody account
अप्रैल 2024: धूर्त कारोबारी और इसके नेपाली चेले ने अपना सामान बेचने के लिए कई तरह के भ्रामक दुष्प्रचार किए थे, डाक्टरों को गालियां दी थी। जिस पर डाक्टरों ने ऐतराज जताया था। लेकिन ये बोला कि पूंछ नहीं पाड़ सकते तुम मेरी।

डॉक्टर सुप्रीम कोर्ट गए तो पेशी पर ही नहीं आया, कोर्ट की अवमानना की। फिर सुप्रीम कोर्ट दोनों को पूंछ से पकड़कर घसीटा लाया। कोर्ट ने इनको समझाया कि आंवले चाहे जितने भी बड़े हो जाएं, रहते टहनी के नीचे हैं। तब इन्होंने कान पकड़कर कहा कि आज के बाद सौदा बेचने के लिए भ्रामक प्रचार नहीं करेंगे।

अतः सुप्रीम कोर्ट के डर से अब ये अपने आटे, घी, शर्बत इत्यादि बेचने के लिए चमत्कारी शक्तियों का दावा नहीं कर सकता। तो अब ये संघ मार्ग पकड़कर अपना 99% चीनी का घोल 1% नफरत मिलाकर बेचने निकला है।

Gaurav Gogoi
@GauravGogoiAsm
Reetam Singh, spokesperson of the Assam Congress, has been arbitrarily and unlawfully arrested for the third time by the Assam Police, despite having been granted bail by the Hon’ble Gauhati High Court in the previous two FIRs. This repeated targeting of a political figure is a blatant violation of established legal principles.

The law is well settled. In Uday Chand & Ors. vs. Sheikh Mohd. Abdullah [(1983) 2 SCC 417] and Kamal Dutta vs. Union of India [(2016) 1 GLR 539], it has been clearly held that the State is duty-bound to disclose any pending FIRs when an individual’s bail is under consideration. Suppressing such information amounts to a violation of due process, and the accused is entitled to be treated as a free citizen in any subsequent proceedings.

In Reetam Singh’s case, however, government-backed informants conveniently lodged a second and a third FIR just a day after he secured bail in the preceding ones—an apparent attempt to subvert judicial authority and circumvent the law.

What we are witnessing in Assam today is not governance under the rule of law, but the arbitrary rule of a few, emboldened by power and impunity.

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Awesh Tiwari
@awesh29
कोई भी राजनैतिक पार्टी अपने संगठन को कैसे चलाएगी? किसको हटाएगी किसको बढ़ाएगी? यह उस पार्टी के नेता तय करेंगे न कि अंध समर्थकों का समूह तय करेगा।

ऐसा हो तो भाजपा में समर्थकों का एक वर्ग योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री बनाना चाहता है, वैसे ही समर्थकों की मान मोदी को पीएम बना दिया गया।

सही निर्णय क्या होंगे? यह कांग्रेस या किसी भी पार्टी का उच्च नेतृत्व जानता है, वह उसका इस्तेमाल करे या नहीं यह उस पर छोड़ दें।

याद करिए कौन चाहता था कि 2004 में स्वर्गीय मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बनें या प्रणव दा को पीएम न बनाया जाए? बाद में यह निर्णय श्रेष्ठ साबित हुआ। मनमोहन सिंह शानदार प्रधानमंत्री साबित हुए, प्रणव दा संघ मुख्यालय पहुंच गए।

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UP के कौशाम्बी मे भांजे ने रिश्ते के मामा का मर्डर कर दिया। मामा – भांजा घर से साथ निकले थे।
रास्ते मे भांजे आकाश ने मामा महेंद्र प्रजापति को शराब पिलाई।फिर अपने भाई रोहित, दोस्त विजय भारती संग मिलकर ईंट का प्रहार कर मामा की जान ले ली।

वजह…
भांजा आकाश मामी की बहन के साथ प्रेम सम्बन्ध मे था… मामा विरोध करता था.. भांजे ने हत्या कर दी।

prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
सब पैसे का खेल है, धंधा है – कोई आध्यात्मिकता और धर्म नहीं है इसमें – शोषण है बस !
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“1. पद्मानाभ मन्दिर केरल (10 लाख करोड़ स्वर्ण सम्पदा)
2. तिरुपति मंदिर (1 लाख करोड़ का स्वर्ण भंडार),
3. साई बाबा शिरड़ी (गुरु पुर्णिमा पर 401 करोड़ नक़द चढावा एक दिन में कुल सपंदा लगभग 75 हजार करोड़),
4. महालक्ष्मी मंदिर (50 हजार करोड़ का ट्रस्ट)
5. सिद्दी विनायक मुबंई (50 हजार करोड़ का ट्रस्ट)
ये धन तो सिर्फ चर्चित धर्म के कुछ स्थानों का हैं। इनके अलावा हरिद्वार, मथुरा, वाराणसी, वृंदावन समेत तमाम देश में धर्म के ऐसे न जानें कितनें अड्डो पर जो अकूत सम्पदा है अगर उसे मिला लें तो इतनी बड़ी धनराशी होती है कि जितना काला धन विदेशों में है वो भी उसके सामने ऊँट के मुँह में जीरे जैसा लगेगा।

लेकिन यह समझ नही आता कि सदियों से आम आदमी से होती आई इस धार्मिक लूट पर कोई बोलता क्यों नहीं क्योकिं यह आस्था से जुड़ा मामला है। जिसने सवाल उठा दिये वो तो धर्म विरोधी कहलाएगा।

आस्था का ये ऐसा मसला है इसके नाम पर तो सारे गुनाह माफ हैं। और आपको तर्क भी ऐसा देगें कि लोग तो अपनी इच्छा से देते हैं कोई मांगने तो नहीं जाता।

लेकिन सवाल ये है कि ऐसी परम्परायें बनाई ही क्यों गई जो जनता से पैसा खींचकर धर्म के अड्डो पर जमा करने को प्रोत्साहित करती रही हैं। आखिर आम आदमी के लिये इस सम्पदा का उपयोग क्या हो रहा है ?” – N L Kirar

भारत समाचार | Bharat Samachar
@bstvlive
आगरा में करणी सेना का उग्र प्रदर्शन, तलवार-डंडों से पुलिस को घेरा

सपा सांसद रामजी लाल सुमन के बयान पर भड़की करणी सेना
राणा सांगा को “गद्दार” कहने वाले बयान के विरोध में करणी सेना ने आगरा में उग्र प्रदर्शन किया।
हाथों में तलवारें और डंडे लिए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को घेर लिया।
स्थिति बिगड़ते देख पुलिस को आयोजन स्थल से हटना पड़ा।

डिस्क्लेमर : लेखक के निजी विचार हैं, लेख X पर वॉयरल हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं!