Iran Observer
@IranObserver0
From the comments I have read, some Indians seem to lack knowledge about Iran
1. India uses Iranian ports to access the Caucasus, Central Asia and Afghanistan for trade
2. Much of India’s oil passes through the Strait of Hormuz
3. About 80% of India’s exports to Europe pass unimpeded through the Red Sea, which is controlled by Iran’s allies in Yemen
4. Both India and Iran are members of BRICS and SCO
Awesh Tiwari
@awesh29
एक सवाल जो कोई नहीं कर रहा है वह यह है कि 63000 करोड़ रुपयों में खरीदे गए 26 राफेल में से अब कितने शेष हैं। यकीनन हमने पाकिस्तान के मार गिराए लेकिन हमारे कितने गिरे? 1,2 या 3 या एक भी नहीं।
7 तारीख को एक खबर सीएनएन ने किसी फ्रांसीसी विशेषज्ञ के हवाले से ब्रेक करी कि
भारत के राफेल को मार गिराया गया है। बाद में बीबीसी ने फैक्ट चेक किया और उसने मौके से बरामद विंग्स की सोशल मीडिया में प्रस्तुत एक तस्वीर पर रिसर्च कर पाया कि वह तस्वीर फैब्रिकेटेड नहीं थी, उसमें राफेल का कोड वगैरह भी लिखा था।
अगर यह सही है तो यह सवाल भी खड़ा होता है कि क्या हमने राफेल खरीदकर बड़ी भूल कर दी है। क्या यह लड़ाकू जहाज चीन के बनाए एयर डिफेंस सिस्टम के सामने नहीं करता? ऐसा क्या हुआ कि डसॉल्ट एविएशन के शेयर गिरने लगे?
तमाम घोटालों के आरोप और विपक्ष के दबाव के बावजूद राफेल खरीदने की जिद के पीछे क्या था? इस खबर को छिपाने के पीछे क्या है?
आज टेलीग्राफ ने भी छापा है कि राफेल गिरने के बाद भारत सरकार पर सीज फायर का दबाव बढ़ा इसमें कितनी सच्चाई है?
Markandey Katju
@mkatju
Pakistan is really part of India. How can I support one part of India against another part ? I regard every Pakistani as an Indian. How can I be happy if one Indian kills another Indian ?
India and Pakistan ( and Bangladesh ) are poor countries. How can two poor people be each other’s enemies ? They should join hands and fight against their common enemy viz poverty, unemployment, malnutrition, price rise, lack of proper healthcare and good education. Those who instigate us to fight each other are our real enemies.
Aadesh Rawal
@AadeshRawal
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी और उनके परिवार को जो लोग निशाना बना रहे है।यह वही लोग हैं जिन्होंने हिमांशी नरवाल के बारे में घिनौनी बातें लिखी थी।विक्रम मिसरी भारत सरकार के अफ़सर है।उनका काम है सरकार के फैसलों को देश और दुनिया के सामने रखना।उन्हें और उनकी बेटी को निशाना बनाने वाले मानसिक रूप से बीमार है।पुलिस को ऐसे मूर्ख लोगों के साथ सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए।
Sakshi Joshi
@sakshijoshii
जिन्हें लगता है 26/11 के बाद लोग गजनी बन गए थे वो खुद गजनी बनकर ये भूल गए हैं कि हमारे सुरक्षाबलों ने उस वक्त आतंकियों को मार गिराया था, एक को ज़िंदा पकड़ने में कामयाब हुए और फाँसी पर लटकाया
उसे ज़िंदा पकड़कर पाकिस्तान के मास्टरमाइंड तक भारत पहुँचा और अमेरिका के साथ मिलकर पाकिस्तान को अलग थलग कर दिया
पूरे विश्व को भारत मनवा पाया कि पाकिस्तान आतंकियों का पनाहगाह है।
ये गजनी ब्रिगेड भूल गई कि भारत ने ये सुनिश्चित कराया कि चीन और सऊदी अरब पाकिस्तान के खिलाफ प्रतिबंध के फ़ैसले का समर्थन करने पर मजबूर हों
ये तो ऐसे गजनी हैं कि महज़ 15 दिन में भूल गए कि पहलगाम हमला करने वाले आतंकी अब तक पकड़े नहीं गए हैं
हालाँकि तब भी उस वक्त की सरकार की नाकामी छिपाई नहीं जा सकती कि मुंबई तक वो आतंकी कैसे पहुँच गए! उसी तरह इस सरकार की भी नाकामी नहीं छुपाई जा सकती कि पहलगाम में ये आतंकी घुस कैसे गए !
लेकिन बेहद निंदनीय ये है कि अहम सवाल करने की बजाय एक सरकार की विफलता को डिफ़ेंड करने वाले खुद को पत्रकार मानते हैं ।
Dr Ajay Alok
@alok_ajay
काश हमारे नेता विपक्ष को इतनी समझ होती की हम ऑपरेशन “ सिंदूर “ कर रहे हैं और वो खत्म नहीं हुआ हैं । पाकिस्तान से जंग की ही नहीं उसकी दुष्टता का जवाब दिया उसके 11 एअर फोर्स बेस नष्ट करके तब उसने सिफारिश करके भारत को सीज फायर के लिए राजी किया । विशेष सत्र में ऑपरेशन सिंदूर की डिटेल्स जान के अभी किसको बताना हैं ? शांत बैठिए ऑपरेशन चालू हैं ।
Congress
@INCIndia
LoP Shri @RahulGandhi writes to PM Modi, reiterating the unanimous request of the Opposition to convene a special session of Parliament immediately to discuss the Pahalgam terror attack, Operation Sindoor and the India-Pakistan ceasefire, first announced by U.S. President Trump.
prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
आपकी देशभक्ति हमारे सिपाहियों के मरने पर उफनती है
आप फेसबुक पर लाईक , शेयर , कमेंट करके अपनी देशभक्ति दिखाते हैं
और अगर कोई सवाल उठाये कि आइये सिपाहियों के मरने के मूल कारणों को हल करने की कोशिश करें
तो आप उसे गालियां बकने लगते हैं
जैसे अगर कोई कहे कि कश्मीर समस्या का हल सोचना चाहिये
तो आप उसे गाली देते हैं
या अगर बस्तर में सिपाहियों के मरने पर कोई कहे कि
हमें नक्सल समस्या पर चर्चा करनी चाहिये
तो भी आप गाली देने लगते हैं
इसी तरह पूर्वोत्तर की समस्या को समझने के सुझाव पर भी आप खफा हो जाते हैं
आप कहते हैं
हमारे वीर सिपाही कश्मीर , छत्तीसगढ़ या मणिपुर में देशद्रोहियों को मार देंगे
फिर सब ठीक हो जायेगा
असल में आपको सिपाहियों से कोई प्रेम नहीं है
आपको सिपाहियों के मरने से कोई फर्क ही नहीं पड़ता
सिपाही बेचारा गरीब का बच्चा है और बन्दूकधारी मज़दूर है
सिपाही असल में आपके लालच के लिये मारा जा रहा है
आपको कश्मीर की ज़मीन चाहिये
कश्मीरी नहीं चाहिये
आपको छत्तीसगढ़ के खनिज चाहिये
छत्तीसगढ़ के आदिवासी नहीं चाहियें
आपको पूर्वोत्तर के राज्यों से बिजली चाहिये
वहाँ के लोगों को आप चिंकी के सम्बोधन के अलावा ज़्यादा इज्ज़त देने के लिये तैयार नहीं हैं
आप कभी छत्तीसगढ़ , कश्मीर या मणिपुर की बलात्कार पीड़ित लड़कियों को इस देश की नागरिक मानने को भी तैयार नहीं हुए