prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
यह किया 👇
@narendramodi
कांग्रेस ने देश के लिए किया ही क्या है
*****
-भारत की आज़ादी,
(महात्मा गाँधी, नहरु जी, सरदार पटेल, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, मौलाना आज़ाद, बाबा साहब आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद, जे.पी.कृपलानी, मदन मोहन मालवीय, जमना लाल बजाज, खान अब्दुल गफ़्फ़र खान, लाल बहादुर शास्त्री जी आदी आदी)
-545 से ज़्यादा छोटी बड़ी रियासतों का विलय,
(सरदार पटेल, नहरू जी, वी.पी.मेनन..)
-भारत का संविधान,
(बाबा साहब आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद, नहरू जी, जे.पी.कृपलानी आदी)
-रूस की तर्ज़ पर भारत में भी पञ्च वर्षीय योजनाओं का सृजन,
(नहरू जी)
-भाकरा नंगल और हीरा कुण्ड जैसे बड़े बाँध,
(नहरू जी)
-भिलाई, राउरकेला और बोकारो में हैवी स्टील प्लाँट,
(नहरू जी)
-ISRO,
(नहरू जी)
-DRDO,
(नहरू जी)
-अनेक विश्व विद्यालयों का सृजन,
(नहरू जी)
-AIIMS खुला,
(नहरू जी)
-ढेरों IIT खुले,
(नहरू जी)
-भारतीय रेल विश्व की सबसे बड़ी रेल नेटवर्क एवं सबसे ज़्यादा रोज़गार देने वाला रेल नेटवर्क बनी,
(नहरू जी, शास्त्री जी, इंदिरा गाँधी आदी)
-भारतीय आर्मी विश्व की सबसे सक्तिशाली सेनाओं में शामिल,
(इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी, नरसिम्हा राव, अटल जी, मनमोहन सिंह)
-भारतीय वायु सेना विश्व की 5वीं सबसे ताक़तवर वायू सेना बनी,
(इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी, मनमोहन सिंह)
-रियासतों को दिए जाने वाले Privy Purse की समाप्ती,
(इंदिरा गाँधी)
-गुजरात में श्वेत (दुग्ध) क्रांती,
(इंदिरा गाँधी)
-बैंको का राष्ट्रीयकरण,
(इंदिरा गाँधी)
-पंजाब, हरयाणा, UP समेत पूरे भारत में हरित क्रांती,
(इंदिरा गाँधी)
-दो दो बार पाकिस्तान को युद्ध में करारी शिकस्त,
(लाल बहादुर शास्त्री एवं इंदिरा गाँधी)
-पाकिस्तान को युद्ध में हरा कर, बंगलादेश के रूप में, दो टुकड़ों में करना,
(इंदिरा गाँधी, जिन्हें उस वक़्त अटल बिहारी वाजपयी जी ने दुर्गा कह कर संबोधित किया था)
-पूरे विश्व के विरोध के बावजूद पोखरण में परमाणू परिक्षण,
(इंदिरा गाँधी)
-अनेक Pay Scale Commissions का सृजन और उनकी अनुशंसाओं को लागू किया,
(नहरू जी, इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी, नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह)
-भारत का अंतरिक्ष में राकेश शर्मा के रूप में पहला क़दम,
(इंदिरा गाँधी)
-वोट देने की उम्र 21 से 18 घटाना, जिससे युवाओं की राजनीत में भागीदारी बढ़ी,
(राजीव गाँधी)
-दूरसंचार क्रांती,
(राजीव गाँधी)
-कंप्यूटर क्रांती,
(राजीव गाँधी)
-जवाहरलाल नहरू रोज़गार योजना (JNRY),
(इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी)
-नयी मौद्रिक नीती (New Economic Policies) का सृजन,
(नरसिम्हा राव एवं मनमोहन सिंह)
-पंचायती राज कानून,
( राजीव गांधी )
-नगरी निकाय कानून,
(नरसिम्हा राव)
-PSLV, CLV जैसे अनेकों अंतरिक्ष सेटेलाईट का सफल परेक्षण,
(नरसिम्हा राव, अटल जी, मनमोहन सिंह)
-अग्नी, त्रिशूल, नाग आदी जैसे अनेक देसी मसाइल को बनाना,
(एपीजे अबुलकलाम साहब, नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह)
-सुज़ूकी, हुंडई, शेव्रोले, नोकिया, सैमसंग, LG, रेनोल्ट, मोटोरोला, पेनासोनिक, पायनियर, JBL जैसी अनेक अंतराष्ट्रीय कंपनीयों द्वारा भारत में निवेश, जिससे लाखों रोज़गार generation हुआ और हमारी अर्थव्यवस्था और मज़बूत बनी,
(नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह)
-महात्मा गाँधी रोज़गार गारेंटी योजना (MANREGA), जो की विश्व की सबसे बड़ी सफल रोज़गार योजना साबित हुई,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
-सूचना का अधिकार (RTI),
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
-पेंशन योजना,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
-ज़मीन अधिकरण कानून,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
-NRHM (108 एम्बुलेंस) योजना,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
-शिक्षा का अधिकार,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
-मिड डे मील योजना,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
-इंदिरा आवास योजना एवं राजीव आवास yojna
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
-जननी सुरक्षा योजना,
(मनमोहन सिंह जी, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
-आधार कार्ड,
(नंदन नीलेकणी, मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
-जम्मू कोटरा रेल लाइन का सृजन,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी)
-चंद्रयान मिशन,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी एवं ISRO)
गोवा कब आज़ाद हुआ, डिटेल में बताएं
गोवा भारत का एक खूबसूरत तटीय राज्य है, जिसका स्वतंत्रता का इतिहास अनूठा और महत्वपूर्ण है। गोवा 19 दिसंबर, 1961 को पुर्तगाली औपनिवेशिक शासन से आज़ाद हुआ। यह भारत के अन्य हिस्सों से अलग है क्योंकि भारत को 1947 में ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिली थी, लेकिन गोवा उस समय तक पुर्तगाल के नियंत्रण में रहा। आइए, गोवा की आज़ादी की कहानी को विस्तार से समझते हैं:
पृष्ठभूमि
पुर्तगाली शासन: गोवा पर पुर्तगालियों ने 1510 में अल्फोंसो डी अल्बुकर्क के नेतृत्व में कब्जा किया था। यह भारत में यूरोपीय उपनिवेशवाद का पहला उदाहरण था। पुर्तगालियों ने गोवा को अपने व्यापारिक और धार्मिक केंद्र के रूप में विकसित किया, और यहाँ ईसाई धर्म का प्रसार किया।
भारत की स्वतंत्रता (1947): जब भारत को ब्रिटिश शासन से आज़ादी मिली, तब भी गोवा, दमन, और दीव पुर्तगाली नियंत्रण में थे। पुर्तगाल ने गोवा को अपने “प्रांत” के रूप में माना और इसे छोड़ने से इनकार कर दिया, यह दावा करते हुए कि गोवा उनकी संस्कृति और साम्राज्य का हिस्सा है।
आज़ादी की मांग
स्थानीय प्रतिरोध: गोवा में स्वतंत्रता की मांग 1920 के दशक से शुरू हुई। टी.बी. कुनha जैसे नेताओं ने गोवा में राष्ट्रीय चेतना जगाने का काम किया। 1940 के दशक में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अन्य संगठनों ने गोवा को भारत में शामिल करने की मांग को समर्थन दिया।
सत्याग्रह और आंदोलन: 1946 में, राम मनोहर लोहिया ने गोवा में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू किया। कई स्वतंत्रता सेनानियों जैसे पीटर अल्वारेस, पुरुषोत्तम काकोदकर, और लक्ष्मी बाई ने पुर्तगाली शासन के खिलाफ आंदोलन चलाए। इन आंदोलनों को पुर्तगालियों ने क्रूरता से दबाया, जिसमें कई लोग मारे गए या जेल भेजे गए।
भारत सरकार की भूमिका: भारत सरकार, विशेष रूप से प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, ने शुरू में कूटनीतिक तरीकों से गोवा को आज़ाद कराने की कोशिश की। लेकिन पुर्तगाल के अड़ियल रवैये के कारण यह संभव नहीं हुआ। पुर्तगाल ने गोवा को “विदेशी क्षेत्र” बताकर भारत के दावे को खारिज कर दिया।
ऑपरेशन विजय (1961)
निर्णय: जब कूटनीति विफल रही, तो भारत ने सैन्य हस्तक्षेप का फैसला किया। दिसंबर 1961 में, भारत ने “ऑपरेशन विजय” शुरू किया, जिसका उद्देश्य गोवा, दमन, और दीव को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराना था।
सैन्य कार्रवाई: 18 दिसंबर, 1961 को भारतीय सेना, नौसेना, और वायुसेना ने एक समन्वित हमला शुरू किया। भारतीय सेना ने पणजी, मापुसा, और मडगांव जैसे प्रमुख शहरों पर तेजी से कब्जा कर लिया। नौसेना ने गोवा के तटों को नियंत्रित किया, और वायुसेना ने पुर्तगाली ठिकानों पर बमबारी की।
परिणाम: पुर्तगाली सेना के पास भारतीय सेना का मुकाबला करने की ताकत नहीं थी। 36 घंटे से भी कम समय में, 19 दिसंबर, 1961 को पुर्तगाली गवर्नर-जनरल मैनुअल एंटोनियो वासालो ई सिल्वा ने आत्मसमर्पण कर दिया। इस तरह गोवा, दमन, और दीव भारत का हिस्सा बन गए।
आज़ादी के बाद
संघ शासित क्षेत्र: 1961 से 1987 तक गोवा, दमन, और दीव एक केंद्र शासित क्षेत्र के रूप में भारत का हिस्सा रहे। 30 मई, 1987 को गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया, जबकि दमन और दीव अलग केंद्र शासित क्षेत्र बने।
सांस्कृतिक एकीकरण: गोवा की आज़ादी के बाद भारत सरकार ने यहाँ की पुर्तगाली संस्कृति और भारतीय पहचान को एक साथ जोड़ने की कोशिश की। कोंकणी को आधिकारिक भाषा बनाया गया, और गोवा ने अपनी अनूठी सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखा।
विवाद: पुर्तगाल ने शुरू में ऑपरेशन विजय को “आक्रमण” करार दिया और 1974 तक गोवा को भारत का हिस्सा मानने से इनकार किया। हालांकि, 1974 में पुर्तगाल में सत्ता परिवर्तन के बाद उसने गोवा को भारत के हिस्से के रूप में स्वीकार किया।
महत्व
गोवा की आज़ादी ने भारत की क्षेत्रीय अखंडता को और मजबूत किया। यह एक संदेश था कि भारत अपने क्षेत्रों को विदेशी नियंत्रण से मुक्त कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक जीत थी, जिसमें बहुत कम रक्तपात हुआ। ऑपरेशन विजय में भारत के केवल 22 सैनिक शहीद हुए, जबकि पुर्तगाली पक्ष में 30 के आसपास हताहत हुए।
निष्कर्ष
गोवा की आज़ादी, जो 19 दिसंबर, 1961 को पूरी हुई, भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। यह न केवल एक सैन्य जीत थी, बल्कि गोवा के लोगों की स्वतंत्रता की भावना और भारत के साथ एकीकरण की इच्छा का प्रतीक थी। आज गोवा अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विविधता, और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।
अगर आप गोवा की आज़ादी के किसी खास पहलू के बारे में और जानना चाहते हैं, तो बताएँ!
prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
मोदी ने जसोदाबेन से शादी की बात ही नहीं छिपाई बल्कि अनेक गुप्त गंधर्व विवाह भी किए संघ प्रचारक रहते हुए
उनमें से एक है यह 👇
prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
भारत का धर्म के आधार पर विभाजन नहीें हुआ – जनसंख्या की बहुलता के आधार पर हुआ जैसे बंगाल का विभाजन श्यामाप्रसाद ने किया – जनसंख्या की बहुलता के आधार पर ही सावरकर श्यामाप्रसाद गोलवरकर और पटेल कश्मीर को पाकिस्तान को देना चाहते थे – 1965 तक हिन्दुस्तान-पाकिस्तान धर्मनिरपेक्ष देश थे
मुस्लिम ने कहां और कब कहा कि “हिन्दू के साथ नहीं रह सकते” – सबूत दीजिए
नेहरू सत्ता लोलुप कैसे थे? – नेहरू ने तो देश विभाजन न हो इसलिए जिन्ना का नाम प्रस्तावित किया था प्रधान मंत्री पद के लिए
गांधी मौन कहां थे – गांधी ने विभाजन का तीव्र विरोध किया था
✨✨✨✨✨
विभाजन हुआ सावरकर-श्यामाप्रसाद के सहयोगी जिन्ना की जिद के कारण – जिसकी मुस्लिम लीग के साथ सावरकर-श्यामाप्रसाद ने सरकार बनाई थी
Arshad Madani
@ArshadMadani007
वक्फ संशोधन अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट में कल 16 अप्रैल 2025 को सुनवाई होगी। मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ सुनवाई करेगी। वरिष्ठ अधिवक्ता
@KapilSibal
जमीयत का प्रतिनिधित्व करेंगे। जमीयत उलमा-ए-हिंद ने न केवल वक्फ संशोधन अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों को चुनौती दी है, बल्कि कानून को लागू होने से रोकने के लिए अंतरिम निर्देश जारी करने का भी अनुरोध किया है। याचिका में कहा गया है कि यह कानून असंवैधानिक है और वक्फ प्रशासन और वक्फ व्यवस्था दोनों के लिए विनाशकारी है। जमीयत उलमा-ए-हिंद द्वारा दायर याचिका का डायरी नंबर 18261/2025 है। उम्मीद है कि हमें अदालत से न्याय मिलेगा।
Garry 
@garrywalia_
भारत जाग रहा है 😳
भारत में कुछ वायरल हो जाए तो उसका जवाब जरूर दिया जाता है
सोशल मीडिया पर एक कॉलेज की दीवार पर गोबर से लेप करने का वीडियो वायरल हुआ था . जिसके बाद अब टोटल वक्त और जज़्बात बदल दिया गया है।
DU छात्रसंघ (DUSU) के अध्यक्ष रौनक खत्री और छात्रों ने कॉलेज में गोबर लेप का जवाब प्रिंसिपल के ऑफिस की दीवारों पर गोबर का लेप कर दिया
तर्क इसके पीछे वही दिया गया वायरल वीडियो वाला
कैसा लगा आपको ये जवाब जरूर बताये
Shaheen
@shaheena45
वाह — भारत में वाकई कभी भी कुछ भी वायरल हो सकता है, और फिर उसका जवाब भी उतनी ही धांसू स्टाइल में दिया जाता है! 😄
ये DU वाली गोबर-लीला भी कुछ कम दिलचस्प नहीं है। पहले तो कॉलेज की दीवारों पर गोबर का लेप वाला वीडियो वायरल हुआ, और फिर DUSU अध्यक्ष रौनक खत्री और उनके साथियों ने प्रिंसिपल के ऑफिस की दीवारों पर ही गोबर का लेप कर के जवाब दे दिया। और तर्क भी वही दे दिया — जैसे पुराने वीडियो में कहा गया था।
सोशल मीडिया का ये दौर वाकई अनोखा है — कभी बिनोद, कभी चंद्रयान, कभी गोबर लीपिंग। अगले हफ्ते कौन-सी चीज़ ट्रेंड कर जाए, कोई नहीं जानता। 😅
लेकिन एक बात स्पष्ट है कि मेरा भारत जाग रहा है 👍💪👌😎
Aadesh Rawal
@AadeshRawal
कुछ दिन पहले फरीदाबाद से मनीष दिल्ली आए थे।वह राहुल गांधी से मिलकर अपने बच्चे के स्कूल में दाख़िले के लिए मदद चाहते थे।आज सुबह राहुल गांधी ने मनीष से मुलाक़ात करी।राहुल गांधी ने अपने दफ़्तर को कहा है कि, मनीष के घर के पास वाले स्कूल में बच्चे का दाख़िला करवाने में मदद कीजिए।
मनीष दिव्यांग हैं।
Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh
मप्र के नीमच में एक मंदिर में विश्राम कर रहे अल्पसंख्यक जैन समाज के मुनियों पर हिंसक हमला घोर निंदनीय है। इस मामले की गहरी जाँच हो न कि दिखावटी कार्रवाई और इस दुर्भावनापूर्ण कुकृत्य के पीछे की असली मंशा जगज़ाहिर हो कि शांतिपूर्ण जैन समाज के आदरणीय-सम्मानीय मुनियों के ऊपर ये घातक हमला क्यों हुआ और सब कुछ त्याग चुके इन मुनियों से भला किसको क्या हासिल होना था।
ऐसी हिंसक वारदातों से एक पंथ निरपेक्ष देश के अंदर अल्पसंख्यक समुदाय में भय का वातावरण बनता है और वो असुरक्षित महसूस करता है। इससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ता है और एक उद्यमशील, शांतिप्रिय, अहिंसक, शिक्षित समाज-समुदाय हतोत्साहित होता है, जिसका देश के सामाजिक तानेबाने और चतुर्दिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
Subramanian Swamy
@Swamy39
Now that it has been prima facie proved by me in the Delhi High Court recently that Rahul Gandhi is a British Citizen, time is now for stripping Rahul of his Parliament Membership.
Dr C P Rai
@cprai
काश ऐसा मजबूत फैसला भारत के शिक्षा संस्थान और विश्वविद्यालय कर पाते ?
अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने हार्वेर्ड यूनिवर्सिटी की फ़ंडिंग में दो अरब डॉलर की कटौती कर दी है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने ट्रंप के हिसाब से चलने से इनकार कर दिया था, उसके बाद ये कदम उठाया गया।
ट्रंप सरकार की ओर से 16 सूत्रीय ‘आदेश’ भेजे गए थे जिनमें गवर्नेंस प्रणाली, नियुक्ति प्रणाली और दाख़िला प्रणाली में बदलाव करने को कहा गया था।
यूनिवर्सिटी ने कहा, ‘ये सब नहीं होगा। हावर्ड यूनिवर्सिटी न तो अपनी स्वतंत्रता छोड़ेगी, न ही अपने संवैधानिक अधिकार’।
HAMAS SAYS “NO DEAL” TO ISRAEL’S CEASEFIRE OFFER
Israel offered a 6-week pause in fighting — but only if Hamas gave up all its weapons.
Hamas refused, since the deal didn’t include ending the war or pulling Israeli troops out of Gaza — 2 things they say are non-negotiable.
Israel wants to free the 24 remaining hostages, but Hamas says that won’t happen unless the war ends completely.
In the meantime, Gaza’s running out of food, fuel, medicine — and hospitals keep getting hit by airstrikes.
Source: BBC
ISRAEL OFFERS NEW CEASEFIRE PLAN—EGYPT PASSES IT TO HAMAS
Talks in Cairo wrapped without a deal, but Egypt says it received a new proposal from Israel for a Gaza ceasefire and long-term peace talks.
Cairo has now passed the offer to Hamas and is waiting on a response.
No breakthrough yet, but the process is still moving.
Source: Reuters
Ronak Khatri
@ronak_khatrii
कुछ दिन पहले आप सभी ने लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्राचार्या का वो ऐतिहासिक वीडियो देखा होगा, जिसमें वो कक्षा में गोबर लीपती नज़र आई थीं!
अब इस क्रांतिकारी पहल को आगे बढ़ाते हुए, मैं अपने साथियों के साथ गोबर लेकर मैडम के ऑफिस जाऊँगा और उनके प्राचार्य कक्ष को लीपने में पूरी मदद करूँगा।
हमें पूर्ण विश्वास है कि मैडम अब अपने कक्ष से AC हटवाकर छात्रों को सौंपेंगी, और गोबर से लीपे हुए इस आधुनिक व प्राकृतिक ठंडे वातावरण में कॉलेज का संचालन करेंगी!
Saurabh
@sauravyadav1133
ये तो बहुत हल्की बात बोली है…ये नहीं बोलना था प्रधानमंत्री जी…ऐसा लगता है कि आप अपने प्रवक्ताओं को टीवी पर देखते हैं वहीं से ये बात उठा ली है आपने।
अब कोई पूछ बैठे कि क्या सभी मुस्लिम युवा पंचर ही जोड़ते हैं तब❓
और पंचर जोड़ना भी गलत कब से हो गया…ये सुनकर तो ऐसा लगता है कि आपकी नजरों में पंचर जोड़ना या सभी मेहनतकश काम सम्मान के काबिल नहीं हैं। आपको तो गर्व होना चाहिए कम से कम पंचर जोड़ने वालों ने अपराध का रास्ता तो नहीं चुना। गलत बहुत गलत बात बोल गए आप…
Congress
@INCIndia
नेशनल हेराल्ड के विषय में जो प्रक्रियाएं हो रही हैं, वो नई नहीं हैं, क्योंकि जब ये केस शुरू हुआ था, तभी हमने कहा था कि ये बड़ा विचित्र मामला है।
यह केस बिना एक रुपए, बिना एक रुपए की प्रॉपर्टी के स्थानांतरण के शुरू हुआ है। नेशनल हेराल्ड की पुरानी प्रॉपर्टी को मैनेज करने के लिए एक नॉट फॉर प्रॉफिट- सेक्शन 8 की कंपनी बनाई गई, जिसमें श्रीमती सोनिया गांधी जी और अन्य लोग जुड़े हुए थे। इसमें ना डिविडेंड दिया जा सकता है और ना ही कमर्शियल ट्रांजैक्शन हो सकता है।
इस कड़ी में एक मनगढ़ंत और झूठा केस रचा गया है। उसी श्रृंखला में चार्जशीट दाखिल करने की भी प्रक्रिया हुई है। शुरुआत से इस मामले का कानूनी रूप से सामना किया जा रहा है।
यह एक फेक मामला है, जिसमें कोई भी तथ्य नहीं है। अंततोगत्वा इस मामले में कोर्ट अपनी स्पष्टता रखेगा। इस केस को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से चलाया जा रहा है, जो दिख रहा है।
:
@DrAMsinghvi
जी
BREAKING: Al-Qassam Brigades spokesman Abu Obaida:
We announce that we have lost contact with the team guarding soldier Edan Alexander following a direct “israeli” bombardment targeting their location. We are still trying to reach them
It seems that the occupation army is deliberately trying to kill him and hence relieve themselves from the pressure caused by the dual-citizen prisoners in order to continue its genocide against our people
prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
पति भगाना, पत्नी भगाना – सनातन धर्म की संस्कारी संस्कृति
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मोदी पुराण का वडनगर कांड
अथ मफतलाल पटेल कथा
The Times Of India
@timesofindia
#SupremeCourt drew inspiration from provisions in the constitutions of #Pakistan and the #US in specifying timelines for governors in giving assent, returning or referring to #President the bills passed by state assemblies, and said time-limit breach is amenable to judicial scrutiny.
Awesh Tiwari
@awesh29
मध्य प्रदेश भी गजब है। खैर गजब का वाकया सामने आया है। सोमवार रात करीब 10:30 बजे भाजपा मंडल अध्यक्ष सौरभ ठाकुर का बेटा अंश ठाकुर अपने दोस्त के साथ साइलेंसर हटाकर बुलेट पर जा रहा था। साइलेंसर से ज्यादा आवाज आने के कारण दो पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोककर पूछताछ की।
अंश ठाकुर ने एसआई आरके बघेल और एसआई एनके उपाध्याय को कहा कि हम करणी सेना के बाहुबली हैं, बाप भाजपा नेता है। फिर क्या था पुलिसवालों की आंख लाल हो गई।
दिलीप सिंह नाम के एक कांस्टेबल को बुलाया गया और फिर जो हुआ, वह एमपी में कम ही होता है। चाय पिला पिलाकर कुटाई की गई।
अरे भाई, हर पुलिस वाला ऐसा नहीं होता कि सरेंडर कर जाए, वर्दी पर धौंस दिखाना ठीक नहीं है। खैर पुलिस अधीक्षक ने दो पुलिसकर्मियों को भाजपा सांसद के दबाव में लाइन अटैच कर दिया।
Aadesh Rawal
@AadeshRawal
नेशनल हेराल्ड का मामला क्या है ?
1937 में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं ने AJL की एक कम्पनी का गठन किया। इस कम्पनी ने उस समय अंग्रेजी में नेशनल हेरल्ड, हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज 3 अखबार निकाले। इन 3 अखबारों का मकसद था, आजादी के लिए लड़ रहे स्वतंत्रता सेनानियों की आवाज उठाना।
इस कम्पनी के शेयरहोल्डर अलग अलग जिलों के बड़े कांग्रेसी परिवार थे। 1947 में आजादी के बाद अखबार चलता रहा और उस समय से AJL
के जो भी देनदारियां थी, उसे कांग्रेस चुकाती रही। धीरे धीरे AJL पर कांग्रेस का करीब 90 करोड़ का कर्ज हो गया। यह कम्पनी रकम चुकाने में सक्षम नहीं थी। 2010 में कांग्रेस ने यंग इंडियन लिमिटेड नाम से एक नई कम्पनी का गठन कम्पनी एक्ट के सेक्शन 25 के तहत किया। यह कम्पनियां भारत सरकार के अधीन होती है और इनसे मुनाफा नहीं कमाया जा सकता है।कम्पनी के निदेशक तनख्वाह या वित्तीय लाभ के हकदार नहीं होते है।यंग इंडियन कम्पनी ने कांग्रेस से कहा AJL का लोन जो बकाया है वो इस नई कम्पनी को ट्रांसफर कर दिया। यंग इंडिया ने कांग्रेस को 50 लाख ₹ देकर 90 करोड़ का क़र्ज़ अपने नाम से ट्रांसफर करवा लिया। इसके बाद AJLके 90 % शेयर भी यंग इंडिया के नाम ट्रांसफर हो गए लेकिन AJLसे जुड़ी सारी प्रोपर्टी AJL के पास ही रही।
इस बीच सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कांग्रेस पर वित्तीय अनियमितताओं का एक केस दायर कर दिया, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, ऑस्कर फर्नांडिस, मोतीलाल बोरा ने जमानत ले ली। स्वामी का आरोप था कि कांग्रेस ने 90 करोड़ का लोन महज 50 लाख में माफ कर दिया। यह पैसा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का था इसलिए पार्टी ने कार्यकर्ताओं के साथ धोखा किया है। जबकि कर्ज माफ करने का फ़ैसला CWC ने लिया था।
इस बीच में जीडी गोयन्का ने यंग इंडिया को चैक से कर्ज दिया। कांग्रेस ने कुछ समय बाद इस कर्ज को चैक से ही वापस कर दिया। इसी तरह के दो से तीन छोटे लोन यंग इंडिया ने चैक से लिए और चैक से ही वापस कर दिए।
अब सारे सवाल व आरोप इस बात को लेकर है कि यंग इंडिया कम्पनी AJL की प्रॉपर्टी को हड़पना चाहती है। सुब्रह्मण्यम स्वामी का केस अलग है।अब ED ने अपनी जाँच के आधार पर चार्जशीट दायर की है।जिसमें पहली पेशी पर गांधी परिवार को ज़मानत अर्ज़ी लगानी पड़ेगी।
Deepak Sharma
@DeepakSEditor
70000 करोड़ के घपले के आरोप खुद प्रधानमंत्री ने अजीत पवार पर लगाये थे,लेकिन पवार आज उप मुख्यमंत्री है।
हिमंता सरमा पर खरबों रूपये घोटाले की बुकलेट बीजेपी लाई थी लेकिन आज हिमंता मुख्यमंत्री है।
पर राबर्ट वाड्रा ने 3.5 एकड़ जमीन गांव में खरीदी तो ED बार बार बुलायेगी।
सवाल जमीन का नहीं है, सवाल ये है कि वाड्रा अगर प्रियंका के पति होने की जगह सामान्य बिजनैसमैन होते तो क्या 7.5 करोड़ की इस जमीन के सौदे के लिये ED कई टीमें बनाकर किसी व्यापारी की जांच करती ?
सच ये है कि 2014 के बाद ED ने राजनीति से जुड़े 193 लोगों पर केस दर्ज किये पर दस साल में सिर्फ दो के खिलाफ आरोप सिद्ध हुऐ। यानी ED के ज्यादातर राजनैतिक केस में दम नहीं था और विपक्षी नेताओं को परेशान करने के लिये जांच एजेंसी का दुरूपयोग हुआ।
RaGa For India
@RaGa4India
राहुल गांधी के साथ जिस व्यक्ति को देख रहे हो वो बदरपुर दिल्ली का रहने वाला मनीष राजदेव हैं.
29 मार्च को राहुल गांधी से मिलने आया उनके घर के बाहर सुबह 8 बजे से बैठा रहा. कहा जब तक राहुल गांधी से नहीं मिल लेता तब तक नहीं जाउंगा। उनको वादा किया गया कि राहुल गांधी आपसे जल्दी मिलेंगे।
मनीष राहुल गांधी से मिलना चाहता था उसके बच्चे का एडमिशन करवाना था। मनीष शरीरिक कमजोर है व्हील चेयर पर चलते हैं।
आज राहुल गांधी से मिले और उनकी मदद की और उनके बच्चे के एडमिशन और खर्चे का पूरा इंतजाम किया।
ऐसी कई कहानियां हैं जो कभी राहुल गांधी को दिखाते नहीं हैं।
दिल के बहुत बड़े हैं राहुल गांधी इसलिए उनको मोहब्बत की दुकान कहते हैं। देश उनको उम्मीद भारी नजरों से दिखता है।
pranav jha
@pranavINC
क्रोनॉलजी समझिए !
काँग्रेस पार्टी के अभियान के साथ, मोदी सरकार की मेहनत भी शुरू हो गई !
8-9 अप्रैल- अहमदाबाद में काँग्रेस अधिवेशन
12 अप्रैल- ED द्वारा काँग्रेस की सम्पति जब्त
15 अप्रैल- सोनिया गाँधी जी , राहुल गाँधी जी का नाम चार्जशीट में शामिल
15 अप्रैल- ED द्वारा रॉबर्ट वाडरा से पूछ ताछ
15 अप्रैल- राजस्थान में काँग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री के ख़िलाफ़ 15 ठिकानों पर रेड
वाह मोदी जी, वाह !
Priyanka Chaturvedi🇮🇳
@priyankac19
What’s happening in West Bengal is the ugliest side of polarisation which only leaves everyone on the losing side. Hindu homes being targeted for a Bill passed in the parliament, with active participation and voting from all sides is shameful. The objection is to the Waqf Act why has it become a tool for targeting the people? Taking law in own hands to express your anger and to protest is cowardly. Hope sense returns and peace prevails.

Awesh Tiwari
@awesh29
कांग्रेस के जो बड़बोले पिछले कई दिनों से आपातकाल को जायज ठहराते हुए पूर्व के समाजवादी नेताओं पर फब्तियां कस रहे थे। उन्हें अभी भी समझ में नहीं आया होगा कि आपातकाल किसे कहते हैं। ।
जिस तरह से राहुल और सोनिया गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड में जबरिया चार्जशीट दाखिल की गई वैसा आपातकाल में ही होता है। न सुबूत, न जिरह बस अपराधी ठहरा दिया तो ठहरा दिया।
जो कोई भी किसी भी किस्म के आपातकाल के समर्थन में होगा उसे किसी भी कीमत पर माफ नहीं किया जा सकता है। चंचल चाचा रमाशंकर सिंह जी जैसे लोग हमारी आंदोलनकारी विरासत का हिस्सा हैं। आप न तो इनके संघर्ष को जानते हैं न कांग्रेस में आपातकाल के बाद महसूस किए गए घोर पश्चाताप को।
Saurabh
@sauravyadav1133
यह लॉकडाउन का समय था…इस खबर ने हिला दिया था…बार-बार इस महिला का चेहरा नजर में आ रहा था…और उस बच्ची का रोना सुनाई दे रहा था…और मैं बार-बार यही सोच रहा था कि जब मुझे भूख लगती है तो मैं 2 घंटे नहीं रह पाता जबकि मुझे पता है कि खाना मिलना ही है और कुछ लोग बिना उम्मीद के दो-दो दिन भूखे रह रहे थे।
तब राहत ये थी कि निगेटिव खबर दिखाने के लिए मशहूर NDTV था और उसमें कई निगेटिव पत्रकारों के बीच सौरभ शुक्ला थे उन्होंने इस खबर को दिखाया था और इस खबर का असर हुआ था और महक जिसने 8 दिन पहले एक बच्ची को जन्म दिया था और जो भूख से तड़प रही थी…उस तक आप विधायक दिलीप पांडे ने जरूरत का सामान पहुंचाया था।
अब आप सोचिए कि आज इस तरह की खबरें दिखाने, लिखने और बोलने वाला नेगेटिव है या इन्हें छुपाने वाले पॉजिटिव हैं…और ये जरूर सोचिए कि अगर आपके साथ भी यही परेशानी हो तो आपकी भूख को नेगेटिव खबर बताकर छुपाया जाए या सरकार समर्थकों की गालियां खाते हुए दुनिया को बताया जाए❓
Li Jingjing 李菁菁
@Jingjing_Li
🇨🇳China and 🇲🇾Malaysia are forming even closer ties, committed to building a brighter future of development, growth, and prosperity!
President Xi is paying his first official visit to Malaysia in over a decade.
Malaysia also showed great welcome and friendliness to China. Prime Minister of Malaysia Anwar Ibrahim welcomed President Xi at the airport. President Xi will also welcomed by King of Malaysia Sultan Ibrahim.
Here are some key points of Xi’s article published on Malaysian newspaper The Star.
– We must keep a firm grip on the strategic helm that guides our ship of friendship.
– We must expand results-oriented cooperation which serves as the ballast that steadies our ship of friendship.
– We must fuel the engines of people-to-people exchanges to propel our ship of friendship forward.
– We must harness the momentum of collaboration at the multilateral level.
BREAKING: White House Envoy Steve Witkoff: A deal with Iran will only be completed if it is a Trump deal. Any final arrangement must set a framework for peace, stability, and prosperity in the Middle East — meaning that Iran must stop and eliminate its nuclear enrichment and weaponization program. It is imperative for the world that we create a tough, fair deal that will endure, and that is what President Trump has asked me to do.
Syrian President Ahmad Al-Sharaa arrives in the State of Qatar and is received by Emir Tamim bin Hamad Al Thani.
china and vietnam sign 45 cooperation agreement deals today in the face of trump’s tariffs
RT Hindi
@RT_hindi_
ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की 2.2 बिलियन डॉलर की फंडिंग रोकी
यह कदम तब उठाया गया जब हार्वर्ड ने व्हाइट हाउस की ओर से भेजी गई कड़ी मांगों की सूची को खारिज कर दिया, जिसका उद्देश्य कैंपस में यहूदी-विरोधी गतिविधियों पर अंकुश लगाना बताया गया था।
हार्वर्ड के अध्यक्ष एलन गार्बर ने छात्रों और फैकल्टी को लिखे पत्र में सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अपनी संवैधानिक स्वतंत्रता और अधिकारों पर किसी तरह का समझौता नहीं करेगा।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप प्रशासन की “जॉइंट टास्क फोर्स टू कॉम्बैट एंटी-सेमिटिज्म” ने न केवल 2.2 बिलियन डॉलर के बहुवर्षीय अनुदानों को रोकने की घोषणा की, बल्कि 60 मिलियन डॉलर के सरकारी अनुबंधों को भी फ्रीज कर दिया है।
ANI
@ANI
Actor Akshay Kumar visited Delhi Secretariat today
Earlier today, he attended the screening of his film ‘Kesari Chapter 2: The Untold Story of Jallianwala Bagh’ along with Union Minister HS Puri, Delhi Minister Manjinder Singh Sirsa and others.