पार्सटुडे – एक हिब्रू मीडिया आउटलेट ने घोषणा की है कि ग़ज़ा युद्ध और आर्थिक संकट जारी रहने की वजह से पिछले वर्ष इज़राइल ने कम से कम 1 हज़ार 700 करोड़पतियों को खो दिया।
येदियेत अहारोनोत समाचार पत्र ने एमीग्रेशन में विशेषज्ञता रखने वाली अंतर्राष्ट्रीय फर्म हेनले एंड पार्टनर्स, तथा वैश्विक संपत्ति डेटा का विश्लेषण करने वाली कंपनी न्यू वर्ल्ड वेल्थ के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि इज़राइल में धनी लोगों की आबादी में उल्लेखनीय गिरावट आई है।
पार्सटुडे के अनुसार, इस रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में, तेल अवीव और हर्ज़लिया शहरों में लगभग 22 हज़ार 600 करोड़पति रहते थे, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 24 हज़ार 300 लोगों से अधिक हो गया।
यह आंकड़ा दर्शाता है कि पिछले वर्ष कम से कम 1700 करोड़पति इज़राइल के मक़बूज़ा क्षेत्रों को छोड़ चुके हैं।
कंपनी ने सीधे तौर पर धनी लोगों के इजराइल से पलायन के कारणों का उल्लेख नहीं किया है, लेकिन हाल के महीनों में आई अनेक रिपोर्टों से पता चला है कि ग़ज़ा युद्ध तथा इसके आर्थिक और सुरक्षा परिणामों की वजह से पूंजीपतियों और धनी इजराइली नागरिकों के पलायन की लहर तेज हो गई है।