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एक बंदे के लिए नेक अमल के बाद दुआ ही का सहारा होता…By-फ़ारूक़ रशीद फ़ारुक़ी है
Farooque Rasheed Farooquee ===== · . कोई शय हो तुझसे ऐ मालिक-ए-हाजात माॅंगी है समन्दर ने किसी दरिया से कब ख़ैरात माॅंगी है एक बंदे के लिए नेक अमल के बाद दुआ ही का सहारा होता है। दिल में गुज़रने वाला हर ख़्याल दुआ है। अल्लाह से ख़ामोश फ़रियाद, आसमान की तरफ़ उठती बेबस निगाहें […]
पवित्र क़ुरआन पार्ट-48 : नमाज़, इंसान को गुनाहों से पाक करने और ईश्वर की ओर से क्षमा दिलाने का साधन है?!
सूरे सजदा पवित्र क़ुरआन के उन चार सूरों में है जिनकी विशेष आयत पढ़ते ही तुरंत सजदा करना अनिवार्य है। वह चार सूरे जिनकी विशेष आयत पढ़ने से सजदा अनिवार्य हो जाता है, इस प्रकार हैं, सूरे नज्म, सूरे फ़ुस्सेलत, सूरे सजदा और सूरे अलक़। ज़रूरी नहीं कि कोई ख़ुद पढ़े तभी उस पर सजदा […]
तौहीद और शिर्क : उन्हें इस भूल में नहीं रहना चाहिए कि वे अपने कर्मों की सज़ा और प्रतिफल से बच जाएंगे : पार्ट-21
وَأَمَّا الَّذِينَ فَسَقُوا فَمَأْوَاهُمُ النَّارُ كُلَّمَا أَرَادُوا أَنْ يَخْرُجُوا مِنْهَا أُعِيدُوا فِيهَا وَقِيلَ لَهُمْ ذُوقُوا عَذَابَ النَّارِ الَّذِي كُنْتُمْ بِهِ تُكَذِّبُونَ (20) وَلَنُذِيقَنَّهُمْ مِنَ الْعَذَابِ الْأَدْنَى دُونَ الْعَذَابِ الْأَكْبَرِ لَعَلَّهُمْ يَرْجِعُونَ (21) और वे लोग जिन्होंने अवज्ञा की तो उनका ठिकाना आग है। जब भी वे उसमें से निकलना चाहेंगे तो उसी में लौटा दिए […]