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”ऐसे नमाज़ियों के लिये जहन्नुम है जो अपनी नमाज़ से बेख़बर हैं और दिखलाने के लिये पढ़ते है”
Razi Chishti ============= अल्लाह सु.हू.त. ने फ़रमाया कि जब नमाज़ ख़त्म हो चुके तो ज़मीन पर फैल जाओ और अल्लाह ने जो नेअमतें तुमको दी हैं उन्हे तलाश करो और अल्लाह को याद करते रहो(62:10) देखें इबादत करना और ज़रूरियाते ज़िंदगी को हासिल करना और अल्लाह को याद करना, अल्लाह सु.हू.त. ने फर्ज़ क़रार दिया […]
हज़रत ख़दीजा र.अ से हुजूर सल्ल० का #निकाह : #SiratunNabiSeries Part -1
मोहम्मद सलीम =============== #हजरत_खदीजा (र.अ) से हुजूर सल्ल० का #निकाह #SiratunNabiSeries Post-1 हजरत खदीजा बिन्ते खुवैलद बहुत शरीफ़ खातून थीं। उन का खानदानी सिलसिला पांचवीं पीढ़ी से हुजूर सल्ल० के खानदान से मिलता है। वह बेवा थी। बहुत शरीफ़ और पाकीजा अख्लाक थीं। लोग उन को ताहिरा के नाम से याद करते थे। दौलतमन्द इतनी […]
इबादत के साथ साथ मुकम्मल एक्सरसाइज़ भी है नमाज़-पढ़िये कहते हैं डॉक्टर्स नमाज़ के बारे में ?
इस्लाम: नमाज़ मुसलमान की मेराज़ है ,अल्लाह से बात करने और संपर्क साधने का एक आसान तरीका है,जिसके द्वारा बन्दा अल्लाह से बात करता है,हर बालिग मुसलमान मर्द औरत पर दिन में पाँच बार याज़ पढना ज़रूरी है यानी फ़र्ज़ का दर्जा रखती है,इस्लाम के पाँच बुनियादी स्तम्भों में से नमाज़ एक मजबूत स्तम्भ है। […]